Raag Sarang and Raag Megh are very close to each other ... this beautiful song from "Chashm-e-baddur" is one of the classics in Raag Megh , in the voice of Yesudas and Hemanti Shukla. Lyrics by Indu Jain and music composition by Raj Kamal.
One of my favorites from the favorite movie , along with "Kali ghodi dwar khadi" ( Raag Kaafi )
कहाँ से आये बदरा, खुलता जाये कजरा
पलकों के सतरंगे दीपक, बन बैठे आँसू की झालर
मोती का अनमोलक हीरा, मिट्टी में जा फिसला
कहाँ से आये बदरा ...
नींद पिया के संग सिधारी, सपनों की सूखी फुलवारी
अमृत होठों तक आते ही, जैसे विष में बदला
कहाँ से आये बदरा ...
उतरे मेघ हिया पर छाये, निर्दय झोंके अगन बढ़ाये
बरसे हैं अँखियों से सावन, रोये , मन है पगला
कहाँ से आये बदरा ...
One of my favorites from the favorite movie , along with "Kali ghodi dwar khadi" ( Raag Kaafi )
कहाँ से आये बदरा, खुलता जाये कजरा
पलकों के सतरंगे दीपक, बन बैठे आँसू की झालर
मोती का अनमोलक हीरा, मिट्टी में जा फिसला
कहाँ से आये बदरा ...
नींद पिया के संग सिधारी, सपनों की सूखी फुलवारी
अमृत होठों तक आते ही, जैसे विष में बदला
कहाँ से आये बदरा ...
उतरे मेघ हिया पर छाये, निर्दय झोंके अगन बढ़ाये
बरसे हैं अँखियों से सावन, रोये , मन है पगला
कहाँ से आये बदरा ...